लखीमपुर खीरी। फरधान थाना क्षेत्र के गनेशपुर गांव में दहेज की मांग पूरी न होने पर वर पक्ष ने बारात लाने से इनकार कर दिया। 21 अप्रैल रविवार को दूल्हा पक्ष दहेज की मांग पूरी न होने पर बारात लेकर नहीं आया। दुल्हन पक्ष ने फरधान थाने में दूल्हा पक्ष के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करानी चाही लेकिन पुलिस तहरीर लेने से इंकार करते हुए मितौली थाने जाकर शिकायत करने को कहकर टरका दिया।
गनेशपुर गांव निवासी रामस्वरूप ने बताया उसने अपनी बेटी का रिश्ता मितौली थाना क्षेत्र के गांव हैदरनगर निवासी मुसाफिर के बेटे राहुल से तय किया था। छिदन, गोद भराई, तिलक समारोह की रस्म से लेकर कई अन्य रस्में हुईं। जिसमें रामस्वरुप ने दो लाख रुपये दे दिए। बारात आने के दो दिन पहले दूल्हा और उसके परिजन दहेज़ में बाइक की मांग करने लगे थे। जिसको रामस्वरूप ने शादी के बाद दे देने की बात पक्की कर ली थी।
21 अप्रैल को दिन रविवार को हैदर नगर से बरात आनी थी। जिसको लेकर सारी तैयारियां करते हुए टेंट, हलवाई लगाकर पांच सौ लोगों का खाना भी बनवा लिया और सारे मेहमान भी आ गए। देर रात तक बारात आने का इंतजार होता रहा लेकिन बारात नहीं आयी। फोन करके जब बारात की जानकारी लेनी चाही तो आरोप है कि लड़का पक्ष दहेज की मांग पूरी न करने की बात बताकर बारात लाने से इंकार कर दिया।
लड़के के पिता से फोन पर संपर्क किया तो उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए जान से मारने की धमकी दी और बरात लाने से इंकार कर दिया। लड़की के पिता का आरोप है कि जिस लड़के से शादी होनी थी वह शादी के दिन किसी अन्य लड़की के साथ शादी भी कर ली। पीड़ित ने जब अगले दिन 22 अप्रैल को फरधान थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज करानी चाही तो फरधान पुलिस ने लड़का पक्ष मितौली थाने क्षेत्र होने की वजह बताकर कार्रवाई करने से इंकार करते हुए मितौली थाने भेज दिया।