सीएम योगी ने मृतक के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा व आश्रित को नौकरी देने का किया एलान 

कासगंज, उत्तर प्रदेश में कासगंज जिले के सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के एक गांव में शराब माफिया ने एक दुस्साहसिक वारदात में एक पुलिसकर्मी की पीट पीट कर हत्या कर दी जबकि उपनिरीक्षक को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि नगला धीमर गांव में दारोगा अशोक कुमार सिंह और सिपाही देवेंद्र कुमार कुर्की की नोटिस चस्पा करने गये थे जहां शराब माफिया मोतीराम ने अपने साथियो के साथ उन्हे धर दबोचा। दोनाे पुलिसकर्मियों को बदमाश पीटते हुये एक खेत में ले गये जहां लहूलुहान सिपाही की मृत्यु हो गयी जबकि दारोगा गंभीर रूप से घायल है जिन्हे अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गंभीर रूख अपनाते हुये अपराधी तत्वों के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिये है। उन्होने सिपाही की हत्या पर शोक प्रकट करते हुये संवेदना व्यक्त की है और परिजनों को 50 लाख रूपये की अनुग्रह राशि के अलावा परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की है जबकि दाराेगा के समुचित उपचार की व्यवस्था करने के निर्देश दिये है।
सूत्रों ने बताया कि आगरा जोन के एडीजी अजय आनंद और अलीगढ़ मंडल के आईजी पीयूष मोर्डिया कासगंज के लिए रवाना हो चुके हैं। हताहत पुलिसकर्मियों के हथियार घटना स्थल पर नहीं मिले है जिनकी तलाश की जा रही है। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है। हत्या के जिम्मेदार अपराधियों की धर पकड़ के लिये अलग अलग पुलिस टीम का गठन किया गया है। देर रात तक उनकी तलाश के लिये छापेमारी जारी थी।

कासगंज के थाना सिरपुड़ा इलाके में शराब तस्करों को पकड़ने पहुंची पुलिस को शराब तस्करों ने बंधक बना लिया। बेखौफ बदमाशों ने दारोगा, सिपाही को बंधक बनाने के बाद जमकर मारा-पीटा। बदमाशों की पिटाई से सिपाही को मौत हो गई। सिपाही को घाट उतारते हुए दरोगा को भी तस्करों ने बेदम कर दिया और जंगल में एसआई अशोक को अर्द्धनग्न हालत में छोड़ कर भाग निकले। घटना की सूचना पर पहुंची भारी पुलिस बल को एसआई जंगल में गम्भीर हालत में मिले हैं। उनकी भी स्थिति ठीक नहीं है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शराब तस्करों की इस घटना को लेकर सूचना भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई और शराब तस्करों की तलाश में पुलिस ने इलाके में कॉम्बिंग शुरू कर दी है। 

उल्लेखनीय है कि यह मामला सिढ़पुरा थाने का है और यहां पर कच्ची शराब बनाने का बड़े पैमाने पर माफिया व बदमाश सक्रिय हैं। इसी सूचना पर एसआई पुलिस टीम के साथ दबिश देने गए थे, जहां बदमाशों ने पुलिस टीम को घेर लिया और बंधक बनाते हुए कानून को धता को ताक पर रखते हुए जानलेवा हमला कर सिपाही देवेंद्र को मौत के घाट उतार दिया। 

पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सोनकर व अपर पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रकाश वर्मा ने बताया कि दोषियों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीमें लगा दी गई हैं। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही अमल में लाकर शराब माफियाओं पर नकेल की नजीर कायम की जाएगी। 

कासगंज ने ताजा कर दी बिकरू कांड की यादें 

यूपी के कासगंज जिले में शराब तस्करों द्वारा अंजाम दी गई घटना ने एनकाउंटर में मारे गए मोस्टवांटेड हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के गैंग द्वारा बीते साल कानपुर के बिकरू कांड की याद को ताजा कर दिया है। बीते साल 2020 की जुलाई माह की दो तारीख की स्याह रात को विकास दुबे ने अपने गिरोह के साथ दबिश देने गई पुलिस टीम को घेरकर ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद मंगलवार को कासगंज में बेखौफ शराब माफियाओं ने ठीक उसी तरह बिकरू कांड जैसी घटना को दोहराया है। 

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