-पहले मृतक के पिता ने पुलिस में की शिकायत बाद में वापस ली
निघासन।
झोलाछाप के गलत इलाज से एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक के बेटे की तहरीर पर पुलिस ने झोलाछाप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर हिरासत में ले लिया। पीड़ित के मुकरने और शव का पोस्टमार्टम न कराने पर पुलिस ने झोलाछाप को छोड़ दिया।
मझगई थाना क्षेत्र के सुर्जीपुरवा के कल्लू पुत्र नंदलाल के पेट में फोड़ा निकल आया जिसे बम्हनपुर के एक झोलाछाप के यहां तीन अप्रैल को आपरेशन कराया था। आरोप है कि झोलाछाप ने घाव का घाव खुला छोड़ दिया, जिससे पेट में इन्फेक्शन फैल गया। कल्लू की हालत खराब होने पर परिजन उसे राममूर्ति मेडिकल कॉलेज भोजीपुरा बरेली में भर्ती कराया। जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक के पुत्र ब्रजेंद्र की तहरीर पर मझगई पुलिस ने झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ धारा 304 ए का मुकदमा दर्ज कर डाक्टर को हिरासत में ले लिया। डॉक्टर को हिरासत में लेने पर कुछ लोग मामले को मैनेज करने में जुट गए। शव के घर पहुंचने पर परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। पुलिस ने पंचायतनामा भरकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
इस संबंध में जब मझगई थानाध्यक्ष पुष्पराज कुशवाहा से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि बेटे की तहरीर पर मुकदमा लिखा गया था। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। अब वे कोई कार्रवाई नहीं चाहते है। डाक्टर को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।
मृतक के पुत्र ब्रजेंद्र कुमार ने मझगई पुलिस पर समय से कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। उसने बताया कि 14 अप्रैल को प्रार्थना पत्र दिया गया था लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नही की। जब पिता की मौत हो गई तब पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। ब्रजेंद्र ने बताया कि पिताजी को हर्निया थी बम्हनपुर में हर्निया का ऑपरेशन किया गया था।

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