स्वस्थ शरीर के लिए अच्छा भोजन जितना ज्यादा जरूरी होता है। उतना ही जरूरी भोजन का पाचन होता है। क्योंकि अगर आप हेल्दी डाइट लेते हैं, लेकिन आपका पाचन खराब है, तो आपके शरीर को पूरा पोषण नहीं मिल पाता है।
ऐसे में खट्टी डकारें, पेट फूलना, मितली आना, अपच, गैस, कब्ज आदि की समस्या होने लगती है। हम आपको पाचन शक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक टिप्स बताने जा रहे हैं।
कमजोर पाचन के लक्षण
भोजन पचने में अधिक समय लगना
भोजन करने के बाद भी थकान लगना
भोजन के बाद नींद आना
गैस बनना और पेट में भारीपन होना
पाचन शक्ति को सही करने के लिए खाने में पहले नींबू का रस और थोड़ा-सा अदरक कद्दूकस करके मिला लें। फिर एक चुटकी काला नमक मिलाकर इस पेस्ट का सेवन करें।
कभी भी कच्चा-पक्का खाना एक साथ नहीं खाना चाहिए। भोजन के साथ खीरे-ककड़ी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
सफेद दही में नमक मिलाकर रायता बनाकर ना खाएं। हांलाकि आप दही में चीनी मिलाकर खा सकते हैं। रायता और कढ़ी खाने के लिए छाछ का उपयोग करना चाहिए।
भोजन करते समय कोई अन्य काम ना करें, क्योंकि इस दौरान आपका पूरा ध्यान खाने पर होना चाहिए। बता दें कि ऐसा करने से आवश्यक रसों का संतुलन बना रहता है। साथ ही तृप्ति भी मिलती है।
जीरा-हींग का तड़का लगी छाछ को भोजन के साथ लेने से लाभ मिलता है।
खाना खाने के बाद सौंफ और मिश्री खाने से पाचन अच्छा होता है।
हरड़ की गोलियां और चूर्ण खाने से पाचन सही होता है।
इसके साथ ही समय पर सोने व समय से जागने से पाचन बेहतर रहता है।
आप पाचन को सही करने के लिए त्रिफला चूर्ण का सेवन कर सकते हैं।

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