लखीमपुर-खीरी। विकास खण्ड लखीमपुर की ग्राम पंचायत पहाड़ापुर में एक भी सफाई कर्मचारी न होने से गांव की सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। स्वच्छ भारत अभियान को मुंह चिढ़ा रही ग्राम पहाड़ापुर की नालियां और कूड़े के ढ़ेर।
बता दें दो दिन बाद होली का त्योहार है जिसको लेकर ग्रामीण अपने अपने घर के सामने नालियों की सफाई करने को मजबूर हैं। मेरी जुबान कैमरे में कैद फोटो में देखा जा सकता है कि ग्रामीण फावड़ा, झाडू व ठेलिया से सफाई व्यवस्था को दुरस्त करने में लगे हुए हैं। लेकिन सवाल यह है कि ग्राम पंचायत में सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए सफाईकर्मी तैनात होते हैं जिनको सरकार वेतन भी देती लेकिन सरकारी अमले के निष्क्रियता के चलते यहां पर सफाईकर्मी ही नहीं। ग्रामीणों के अनुसार यहां पर बीते 2020 मार्च से कोई भी सफाईकर्मी नहीं हैं। नालियों की सफाई न होने के चलते गंदा पानी ठहरा हुआ है और नालियों के ऊपर झाड़ियां उपज आयी है। लेकिन दुर्भाग्यवष इसका कोई पुरूसाहाल नहीं है। गांव के बीच में बनी नालियां जर्जर पड़ी हुई जिससे गंदा पानी सड़कों पर बहता देखा जा सकता है।
जहां एक ओर 31 मार्च तक संचारी रोग नियन्त्रण अभियान चलाया जा रहा है वहीं यहां पर सारे दावे फेल होते नजर आ रहें हैं। नालियों की सफाई न होने से नालियों में ठहरा गंदा पानी दुर्गन्ध तो देता ही है साथ ही साथ अनेक प्रकार की बिमारियों को दावत दे रहा है। नाली के ऊपर गंदा पानी बहता देखा जा सकता है जिसमें बड़े-बड़े जहरीले कीड़े मकौड़े ऊपर रेंगते रहते हैं। जिससे छोटे-छोटे बच्चों और ग्रामीणों को परेषानियां होती है।
सूत्रों की मानें तो यहां पर सफाई कर्मी का पद रिक्त है। ग्रामीणों को कहना है कि यहां पर सफाई कर्मी काफी अरसे से नहीं आया है। जिससे नालियां चोक हो चुकी है।